
धनबाद : जिला समाहरणालय कार्यालय में धनबाद उपायुक्त संदीप सिंह ने जन्म मृत्यु का रजिस्ट्रीकरण रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना। यह रथ 14 जुलाई से लेकर 14 अगस्त तक धनबाद जिले के विभिन्न क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्र में नागरिकों को जागरूक करने हेतु जागरूकता रथ काफी कामगार साबित होंगे।
धनबाद उपायुक्त संदीप कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000 के तहत देशभर में शत-प्रतिशत निबंधन का लक्ष्य 2010 तक प्राप्त किया जाना सुनिश्चित किया गया था जिसे अब तक हासिल नहीं किया जा सका इस लक्ष्य को प्राप्ति के लिए व्यक्ति, परिवार, समाज हर स्तर पर महती प्रयास की आवश्यकता है। जब भी कोई बच्चा कहीं भी जन्म लेते हैं तो उनका निबंधन कराना अति आवश्यक है ताकि उसका रजिस्ट्रीकरण सुनिश्चित किया जाता है और अगर कोई भी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो उनका भी मृत्यु प्रमाण पत्र निबंधन के माध्यम से निर्गत की जाती है। इसलिए आज धनबाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से जन्म प्रमाण पत्र एवं मृत्यु प्रमाण पत्र रजिस्ट्रीकरण नियम जागरूकता रथ धनबाद के शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी जागरूकता जागरुक करने का कार्य करेंगे। जन्म प्रमाण पत्र से कई कार्य सुनिश्चित की जाती है जन्म की तारीख एवं स्थान यह एक प्रमाणिक दस्तावेज है। विद्यालय में प्रथम प्रवेश की समय जन्म की तारीख का प्रमाण स्वरूप या प्रमाण पत्र उपयोगी है। राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, विदेश यात्राओं के पासपोर्ट, मताधिकार प्राप्त, वृद्धावस्था पेंशन एवं बालिका समृद्धि योजना, इन सभी का लाभ प्राप्त किया जाता है। मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए जीवन बीमा, बैंक खाते, कोर्ट कचहरी, पैतृक संपत्ति, विधवा पेंशन, दुर्घटना आदि चिकित्सा विज्ञान के विकास में जनसंख्या वृद्धि दर को नियंत्रित करने के लिए कारगर साबित होते हैं।
