धनबाद सदर अस्पताल में जहाँ एक ओर स्वास्थ्य विभाग प्रसूता महिलाओं को बेहतर इलाज करने का दावा करता है वहीं हकीकत ठीक इसके उलट है। बात 15 जून की है जब भिस्तीपाड़ा की रहने वाली एक गर्भवती महिला पेट में दर्द होने की शिकायत लेकर अपनी मां के साथ अस्पताल पहुंचीं। गर्भवती महिला के पति मुकेश ने आरोप लगाया है डॉक्टर संध्या तिवारी ने मेरी गर्भवती पत्नी के साथ अभद्र व्यवहार किया। चिकित्सक के इस व्यवहार से गर्भवती महिला सदमे में है। पति मुकेश ने इसकी लिखित शिकायत उपायुक्त संदीप कुमार तथा सिविल सर्जन आलोक विश्वकर्मा से की है। घटना के बारे जानकारी देते हुए पीड़िता पति मुकेश साव ने बताया कि उनकी पत्नी गर्भवती है जिसका अंतिम महीना भी चल रहा है। ऐसे में पीड़िता पेट दर्द की शिकायत लेकर बीते 15 जून को अपनी माँ के साथ सदर अस्पताल पहुँची जहां मरीज का इलाज कर रही डॉक्टर संध्या तिवारी ने अभद्र व्यवहार किया। यही नही डॉक्टर ने मरीज से यह भी कहा कि “जब दर्द बर्दाश्त नही होता है तो इस बच्चे को आखिर क्यों रखी हो इसे गिरा दो”। डॉक्टर संध्या तिवारी ने मरीज व उनके परिजन से माफी मांगा है। उन्होंने कहा कि मैं एक डॉक्टर हूं और मेरा यह पेशा नहीं है हमने जानबूझकर कोई अभद्र व्यवहार नहीं किया है लेकिन अगर हमारी किसी बात से मरीज व उनके परिजनों को बुरा लगा हो तो मैं उनसे क्षमा चाहती हूं।

