2:42 PM on 28 May 2021,Friday
हर साल 28 मई का दिन मासिक धर्म स्वच्छता दिवस (मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे) के रूप में मनाया जाता है। जिसका मकसद महिलाओं को महावारी के दौरान साफ-सफाई के महत्व को समझाना है। गांवों में ही नहीं शहरों में भी लड़कियां और महिलाएं इस दौरान रखी जाने वाली स्वच्छता को लेकर अंजान हैं।
पीरियड्स के दौरान सफाई का ध्यान न रखने से हेपेटाइटिस-बी, सर्वाइकल कैंसर, योनी, त्वचा संक्रमण जैसी कई और समस्याओं के होने का भी खतरा हो सकता है। जो सेहत के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है। इसलिए इसे इतना महत्व दिया जाता है जिससे इस परेशानी के चलते होने वाली बीमारी और मौतों पर रोक लगाई जा सके। कब और क्यों हुई थी इसकी शुरुआत?
'मासिक धर्म स्वच्छता दिवस' मनाने की शुरुआत साल 2014 में जर्मन के 'वॉश यूनाइटेड' नाम के एक NGO ने की थी। और तब से हर साल 28 मई को इस दिन की महत्वता को समझाने के लिए तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। '28 मई' का दिन इसलिए चुना गया क्योंकि ज्यादातर महिलाओं के पीरियड्स 28 दिनों के अंदर ही आते हैं और पीरियड्स साइकिल भी 28 दिनों का ही होता है।मासिक धर्म स्वच्छता दिवस 2021 थीम
इस साल मासिक धर्म स्वच्छता दिवस की थीम है- “Action and Investment in Menstrual Hygiene and Health.” मतलब मासिक धर्म की स्वच्छता की ओर एक्शन लेने की जरूरत है। महिलाएं कई बार झिझक और मजबूरी के चलते इस विषय पर खुलकर बात नहीं कर पाती और यहीं से शुरुआत होती है बीमारियों की। जिसे दूर करना हर एक की जिम्मेदारी है।
ऐसे रखें साफ-सफाई