12:19 PM on 28 September 2021,Tuesday
उत्तर प्रदेश में सामूहिक मतांतरण कराने वाले गैंग से उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ आइएएस अधिकारी मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन के कनेक्शन को लेकर इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद मामला बेहद गंभीर होता जा रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में यह प्रकरण आने के बाद जांच के लिए गृह विभाग ने एसआइटी गठित की है। उन पर हिंदू धर्म के खिलाफ प्रचार करने का आरोप लगाया गया है। इससे पहले कानपुर के पुलिस कमिश्नर ने भी एडीसीपी को जांच सौंपी है। इस प्रकरण पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी बेहद नाराजगी जताई थी।
कानपुर में वरिष्ठ आइएएस अधिकारी मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन की तैनाती के दौरान मंडलायुक्त के सरकारी आवास पर मतातरंण से जुड़ी तकरीरों के कई वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी बड़ा कदम उठाया है। उनके निर्देश पर इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआइटी का गठन किया गया है। गृह एवं गोपन विभाग ने एसआइटी को सीनियर आइएएस अफसर मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन के मामले में सात दिन में जांच रिपोर्ट शासन को प्रेषित करने का निर्देश दिया है। गृह विभाग से गठित इस एसआईटी के अध्यक्ष डीजी सीबीसीआईडी जीएल मीणा होंगे एवं सदस्य एडीजी कानपुर जोन भानु भास्कर होंगे। एसआईटी अपनी रिपोर्ट सात दिन में शासन को प्रेषित करेगा।