
लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में यदुवंशी की दावेदारी पर सियासी संग्राम छिड़ गई है…वोट बैंक को साधने के लिए राजनेताओं की राजनीति यदुवंशियों पर केंद्रित हो गई है…जिसकी शुरूआत बीजेपी के यदुवंशी समाज के मिलन समारोह से हो गई…बीजेपी ने यदुवंशी समाज का मिलन समारोह क्या किया..बिहार में सियासी भूचाल आ गया…शब्दों के तीखे बाण चलने लगे…बीजेपी ने जहां आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए..उन्हे पंजीकृत अपराधी बताया…तो वहीं लालू यादव ने भी पीएम पर तंज कसते हुए उन्हे कंस बता दिया…वहीं केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने पलटवार करते हुए कहा..कि कौन कंस और कौन कृष्ण इसका फैसला अपने समाज पर छोड़ा, साथ ही कहा गुंडा राज स्थापित करने वाला कभी कृष्ण का उपासक नहीं हो सकता …वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने लालू यादव को पंजीकृत अपराधी बता कर उनके वर्ग के लोगों के बीच ही दरार डालने की कोशिश की है…साथ ही बीजेपी ने यदुवंशी सम्मेलन के जरिए 21 हजार लोगों को पार्टी की सदस्यता दिलाने का दावा किया है.. बीजेपी के यदुवंशी सम्मेलन पर जेडीयू ने भी प्रहार किया…बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने बीजेपी के नेताओं पर जोरदार हमला बोला..बीजेपी के यदुवंशी सम्मलेन में आने वाले लोगों को बीजेपी कार्यकर्ता बता कर डाटा जारी करने की मांग की..और लालू यादव को ही यादव समाज का असली हितैसी बताया… अब सब के जेहन में यही सवाल है … क्या यादवों को बीजेपी अपने पाले में खींच पाएगी..